समाजसेवी कास्तकार
आपने जयकिसन बाडी स्थित पाताल हनुमान मंदिर को संवैधानिक रुप देकर उसे सामाजिक ट्रस्टं बनवाया इसमें -आपको समाज बंधु श्रीमान बस्तीरामजी शर्माने पूरा पूरा साथ दिया । इससे पूर्व जलगांव शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज नवयुवक मंडल की स्थापना की तथा १९६५ में सर्वप्रथम अध्यक्षपद को विभुषित किया । समाज सेवाभाव से ओतप्रोत चैतन्य मुर्ती सुविद्य पं. गजाननजी कौशिक को १९६५ महाराष्ट्र राज्य शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज द्वारा बुलायी गयी, वाम्बोरी जनसभा ने अस्थाई समिती के मंत्री पद पर निर्वाचित किया । और संवैधानिक रुप से १९६६ के महाराष्ट्र राज्य शाकद्वीपीय ब्राह्मण सभा मालेगांव के प्रथम अधिवेशन में पुनश्च मंत्री पद पर निर्वाचित हुने । और यहीं से समाज कार्य हेतु आप सन्माननिय पं. जयनारायणजी शर्मा से जुड़े। इसी कार्यकाल में सामाजिक परिवर्तन की रुढी परंपरा, कुरितियों आदीं पर प्रबोधन कर कालातीत परिवर्तन की बात की गओ । महाराष्ट्र राज्य शाकद्वीपीय ब्राह्मण सभा के मुंबई अधिवेशन में समाज अग्रणी सेवाभावी पं.गजाननजी कौशिक को सभा ने एकमत से सभापती पद पर विभुषित किया।